Best Mango Shayari इन दिनों आम का चर्चा बड़ा आम हो गया है। बाज़ारों से लेकर टीवी तक सभी जगह आम छाए हुए हैं और चर्चा हो भी क्यूं न। लंगड़ा से लेकर दशहरी और अल्फ़ान्सों तक आम अपने सारे प्रकार से लोगों को दीवाना बना देता है। जो एक बार खाए तो गुठली भी चबाए। ऐसे में हमारे शायर कैेसे पीछे रहते। उन्होंने भी ख़ूब आम खाए और ख़ूब अशआर कहे |
70+ Best Mango Shayari | Mango Quotes In Hindi
गर्मियां आ रही हैं अब तो भरपूर आम दिखेंगे,
क्या गली क्या चौराहा अब तो हर जगह आम बिकेंगे।
पेड़ पर लगे आम को तोड़े अब एक अरसा हो गया,
लगता है उम्र के साथ बचपन का वो हुनर भी चला गया।
तू किसी मधुशाला की मदिरा सी,
मैं खेतों के गन्नों का रस प्रिये,
तू अचार के तीखे जायके सी,
मैं गांव के मीठे आम सा प्रिये।
Best Mango Status For Whatsapp
‘आम’ सा लगने वाला ये किस्सा तो सरेआम हो गया,
घर से निकले थे लेकर कैरी, उन तक पहुंचे तो आम हो गया।
जब आती है गर्मी, पूरा बाजार पीला हो जाता,
देख के इसको मुंह में है पानी आता,
फलों का राजा आम तो है सबको भाता।
आम तो आखिर आम है,
फलों का राजा इसका नाम है,
मिले जो कच्चा तो ये लाजवाब है,
पका मिले तो इसका न कोई जवाब है,
सबके दिल में ये फल करता राज है,
इसलिए आम का अपना एक अलग स्थान है,
हो चाहे जिसे कोई भी फल पसंद,
पर आम का तो अपना ही अंदाज है।
Best Mango Status For Instagram
आम से हमें इतना प्यार है,
गर्मी जल्दी से आ जाएँ इन्तजार है
कच्चा आम, पक्का आम,
जिधर भी देखो उधर आम ही आम,
बच्चों के मन को भी खूब भाता है आम,
आजकल सपनों में भी आ जाता है आम,
बच्चे गली-गली कहते फिरते हैं आम-आम,
बागों में भी मीठी महक बिखेरे है ये आम,
पत्तों के नीचे कच्चे-पक्के ये प्यारे से आम,
बाग में जाकर तुम ढेर सारे ले आओ आम,
कच्चा आम, पक्का आम,
जिधर भी देखो उधर आम ही आम।
वो खट्टे-मीठे वो रसीले आम,
वो लंगड़ा, दशहरी, देसी, आम,
दिल करता है खाते रहो सुबह शाम।
Best Mango Status In Hindi
कुछ लोग इस दुनिया में न जाने कैसे
अपनी माँ से ऊब जाते है,
हम तो आम का अचार देखते ही
माँ की याद में डूब जाते है
गर्मी का है मौसम आया,
मीठे-मीठे आम ये संग लाया,
पके-पके से आम देख ये मेरा मन ललचाया,
बाजार में इन्हें देख, मैं तो ढेर सारे आम लाया,
दो-दो आम भाई को बांटे, बाकी के आम मैं अकेला खाया,
बच्चा हो या बूढ़ा सबके मन को है ये आम खूब भाता,
मिले जो ये खाने को तो सबका मन खुश हो जाता।
फलों का राजा ये है कहलाता,
ये मीठा फल है सबको खूब भाता,
इसे देखते ही सबका मन ललचाता,
जिसे भी मिले वो आम को चाव से खाता,
पीला-पीला और बड़ा रसीला है ये आम
मैं आजकल इसे खाता हूं रोज सुबह और शाम,
इसे खाने के लिए बड़े-बड़े छोड़ देते हैं अपना काम,
बच्चों के तो सपनों में भी आता है ये आम।
इंसान के हाथों की बनाई नहीं खाते,
हम आम के मौसम में मिठाई नहीं खाते
गर्मियों का अब है मौसम आया,
संग ये अपने मीठे-मीठे आम लाया,
पीले-पीले आमों को देख,
हर किसी के मुंह में है पानी भर आया,
हर कोई आमों को चखना चाहे,
आम के बिना अब तो रहा न जाए,
बिन आम खाए इक दिन भी चैन न आए,
जब भी कोई मीठे आमों को लाए,
मेरा मन खुशी से भर जाए।
ये है एक आम का पेड़,
इसमें लगते हैं आम खूब,
ये होते हैं पौष्टिक तत्वों से भरपूर,
जो रखते हैं बीमारियों को दूर,
खट्टे-मीठे स्वाद से ये है सबके मन को भाता,
हरे और पीले से प्यारे रंगों में है ये आता,
स्वाद के कारण ये है फलों का राजा कहलाता।
जब-जब गर्मी का मौसम आता है,
तब-तब आम ही आम नजर आता है,
सबके मन को यह खूब भाता है,
बाजार में इसे देखते ही मन ललचा जाता है,
फिर उन्हें खरीदे बिना नहीं रहा जाता है,,
इसे देखते ही घरवालों का मन लुभा जाता है,
जब-जब गर्मी का मौसम आता है,
तब-तब आम ही आम नजर आता है।
Mango Quotes For Instagram

आम, आम लोगो से दूर नहीं होता है,
इसे खाने में मजा भरपूर होता है
न जाने कैसे होते हैं वो लोग, जो एक-दूसरे से ऊब जाते हैं,
हम तो आम न सही उसका आचार देखते ही उसके स्वाद में डूब जाते हैं।
गर्मी से तो हम भी कर लेते कब की बगावत,
देती न जो वो हमें कुदरती आम की दावत।
इस भरी महफिल में मैं बदनाम होना चाहता हूं,
कोई ऐसा वैसा नहीं दशहरी आम होना चाहता हूं।
आप तो न जाने कब की हमें छोड़ देती,
अगर आपको ये आम की रिश्वत न मिलती।
Summer Mango Quotes
आम काट के खा रहा हूँ मैं,
कत्ल-ए-आम मचा रहा हूँ मैं
दिल की सारी रंजिशें अब तो यूं सरेआम हो गईं,
जलेबी-इमरती सब इतराती दिखी, जैसे वो ‘आम’ हो गईं।
शहर में कमाई की जुगत में गांव जाने का वक्त है ही कहां,
इन छुरी कांटों से आम खाने का वो मजा कहां,
गुठलियों को चाटकर, आम को चूसकर आने वाला वो स्वाद अब कहां।
खाना था मुझे आम पर बो दिया मैंने पेड़ बबूल,
अब तुम ही बताओ दोस्तों कैसे सुधारूं ये भूल।
ए हवा तू कभी मुसाफिर बनकर मेरे गांव जा आना,
मेरे नाते-रिश्तेदारों और दोस्तों का पता लेती आना,
ठीक घर के सामने है आम का बगीचा, जरा उसे भी देख आना।
मुझे गर्मियों का वो मंजर याद आता है,
फेंका था जिस पर वो पत्थर वो आम का पेड़ याद आता है।
आम आदमी को आम भाता है,
फलों का राजा होते हुए भी सस्ता हो जाता है
ये जिंदगी भी आम सी हो गई है,
कभी खट्टी सी, कभी मीठी सी,
कुछ कच्ची सी, कुछ पक्की सी।
बढ़ गए है आम के दाम,
इसे खाए बिना भी नहीं चलता मेरा काम,
जब तक न खाऊं मैं ये रसीले आम,
तब तक नहीं मिलता दिल को आराम।
गर्मी से सब करते हैं नफरत, पर आम लगता है सबको प्यारा,
लगा फूलने अब डाली-डाली पर, बौर आम का प्यारा-प्यारा।