अच्छे लोग भोजन में नमक की तरह होते हैं उनकी मौजूदगी का एहसास नहीं होता पर गैर मौजूदगी सारे भोजन...
किसी व्यक्ति को खाना देंगे तो उसका एक दिन के लिये पेट भरेगा लेकिन यदि उसे कोई काम करना सीखा...
जब एक रोटी के चार टुकड़े हों और खाने वाले पाँच तब मुझे भूख नहीं हैं ऐसा कहने वाली सिर्फ...
कहते हैं मुस्कान अनमोल होती हैं, सिर्फ 10 रूपये में बिकती हैं बाबू, जब पेट के अंदर भूख रोती हैं।
भूख से बड़ा ”मजहब” और रोटी से बड़ा ”ईश्वर” कोई हो तो बता देना मुझे भी ”धर्म” बदलना हैं।
पेट की भूख ने जिंदगी को हर रंग दिखा दिए जो अपना बोझ ना उठा पाए, पेट की भूख ने...
खुद भूखा रहकर किसी को खिलाकर तो देखिए, कुछ यूं इंसानियत का फ़र्ज निभाकर तो देखिए।।
दाम नहीं मिलने पर, किसान बड़ी मात्रा में सब्जी फेके जाए बांटे यदि लोगों में, तो उनकीं दुआ मिल जाए..।।।
खाने की बर्बादी को रोको, अर्थव्यवस्था आहात होती हैं, इससे बात हमारी जानों।
शादियों में होती हैं भोजन की बर्बादी, विचार करें कितनी होती हैं नुकसानी।