Positive Spiritual Quotes, Best Spiritual Status & Thoughts
“जीवन से प्रेम करने का अर्थ हैं भगवान से प्रेम करना।”

“आध्यात्मिक जीवन पूर्ण निःस्वार्थता है।”
“भगवान के दरवार में सभी कर्मों का लेखा-जोखा रहता है।”

“सार्थक और प्रभावी उपदेश वह हैं जो अपने वाणी से नहीं अपने आचरण से प्रस्तुत किया जाता हैं।”

“उपदेश वाणी से नहीं आचरण से प्रस्तुत किया जाता है।”

“कर्तव्य ही धर्म है, प्रेम ही ईश्वर है, सेवा ही पूजा है, सत्य ही भक्ति हैं।”

Insaan apne aap ke baare me bhi puri tarah se nahi janta aur daawa veh bhagwaan ke na hone ka karta hai

Aisi zindagi banao jo bahar se hi khushnuma na ho, Andar ki aatma bhi khushnuma ho.

Jeevan ka pehla aur antim lakshaya hai, khud ko janna.

Chot zaari rakhe… Kon jaane kis pal… Man ki matki futt jaaye..!

Sansaar me jiss bhi prakaar ke dukh hai, Unn sabhi ka karan mohh hai.

Khubsoorat hai vo lab… jinn par dusro ke liye koi dua aa jaaye.

Zindagi me har cheez ki koi na koi wajah hoti hai

Koi Chara bhi nahi dua ke siwaa, koi sunta bhi nahi khuda ke siwaa.

Karam tere acche ho toh kismat teri daasi hai, Niyat teri acchi hai toh ghar me mathura kaashi hai.

Manzil par pahuchna hai toh, kabhi raah ke kaanto se mat ghabrana, kyunki kaante hi toh badate hai raftaar hamare kadamo ki!!
“ईश्वर से कुछ मांगने पर न मिले तो उससे नाराज न होना क्योंकि ईश्वर वह नहीं देता जो आपको अच्छा लगता हैं बल्कि वह देता हैं जो आपके लिये हमेशा अच्छा हैं।”
“जैसे एक शमां बिना अग्नि के नहीं जल सकती, उसी तरह इंसान भी एक आध्यात्मिक जीवन के बिना नहीं जी सकता।”
“भगवान् के सामने जो इन्सान झुकता हैं वो सबको अच्छा लगता हैं, लेकिन जो सब के सामने झुकता हैं वो इन्सान भगवान् को अच्छा लगता हैं।”
“प्रभु से यह मत कहो कि समस्या विकट है, बल्कि समस्या से कह दो कि प्रभु मेरे निकट हैं।”
“डर विश्वास से विपरीत होता हैं जब हमें डर लगता हैं तब हम भगवान् तक ये संदेश भेजते हैं की हम उसपर विश्वास नहीं करते हैं।”
“त्याग दिये सब सपने कुछ अलग करने के लिये, राम ने बहुत कुछ खो दिया श्री राम बनने के लिये।”
“जो चिंता करता है वह दुखी है। जो चिंतन करता है वह सुखी है।”
“जिस दिन अंतर मिट जायेंगा पूजा और अजान में उस दिन सच्चा स्वर्ग बनेगा अपने हिंदुस्तान में।”
“क्रोध से भ्रम पैदा होता हैं, भ्रम से बुद्धि भ्रष्ट होती हैं जब बुद्धि भ्रष्ट होती हैं तब तर्क नष्ट हो जाता है, जब तर्क नष्ट हो जाता हैं तब व्यक्ति का पतन हप जाता हैं।”