Khatu Shyam Ji Shayari 2024, Jai Shri Shyam Baba
Created At: 09/03/2024, 11:00:00
Updated At: 09/03/2024, 11:00:00
Khatu Shyam Ji Shayari 2024, Jai Shri Shyam Baba
ये जीवन जितनी बार मिलें, हर बार तेरा दरबार मिलें
मेरा जन्म हो खाटू की माटी में, मुझे श्याम तेरी सरकार मिलें।।
।। जय श्री श्याम।।
भीड़ में दुनिया का सहारा तुम ही हो,
कश्ती बीच भवंर में किनारा तुम ही हो।
थक कर रूक जातें हैं जब जब कदम मेरे
हौसला जो देता है वो इशारा तुम ही हो।
।। जय श्री श्याम।।
वो सुबह कैसी जिसमें तेरा नाम ना हो बाबा,
बिना तेरी खुशबू लिये कभी हमारी शाम ना हो बाबा,
हमारे रोम-रोम में बसे हो तुम श्याम,
वो पलकें ही क्या बाबा जो तेरी याद आये और नम न हो।
।। जय श्री श्याम।।
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क्या लिखे हम दिल की हकीकत
हमारी आरजू बेहोश है।
खत पर है आंसुओं की बरसात
और कलम हमारी खामोश है।।
।। जय श्री श्याम ।।
आँसू की हर बूंद,
तुम्हारी याद में गिरती हैं।
कभी मिलने से पहले गिरती है,
कभी मिलने के बाद गिरती है।।
।। जय श्री श्याम ।।
बाबा तेरी रहमतों के सहारे मैं पलता हूँ,
और तेरा ही नाम लेकर आगे बढ़ता हूँ।
बाबा तू मुझसे नजर ना फेरना कभी,
इक तू ही है जिसके सहारे मैं चलता हूँ।।
।। जय श्री श्याम।।
कान्हां तेरे बिन तेरी तस्वीरों का क्या करूँ?
मैं तेरे खयालों की जंजीरों का क्या करूँ?
अश्कों को छुपा सकती हूँ पलकों में लेकिन
मैं तेरी यादों की जागीरों का क्या करूँ?
।। जय श्री श्याम।।
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दुनियां पीट रही ढिंढोरा, श्याम तेरी दातारी का।
थोड़ा तो ख्याल करो, हमारी भी लाचारी का।।
।। जय श्री श्याम।।
Jai Shri Shyam Baba
चूम लूं उस राह को, जो तेरे दर पे लेके जाती है,
टेक लू माथा उस हर मोड़ पर, जो तेरे दर का रास्ता बताती है।
।। जय श्री श्याम।।
मैं क्यूं घबराऊँ श्याम, मुश्किल हो लाख भले।
तू थामें जब पतवार, मिट्टी पे नाव चलें।।
।। जय श्री श्याम।।
पांचों उंगलियां नहीं है बराबर, सब किस्मत के अनुसार मिले।
है उसकी किस्मत बहुत बड़ी, जिसको प्यारे तेरा दरबार मिले।।
।। जय श्री श्याम।।
हे मेरे बाबा, रूठना मत कभी हमसे,
मना नहीं पायेंगे ।
तेरी वो कीमत है मेरी जिंदगी में, कि शायद’
हम अदा नहीं कर पायेंगे ।।
।। जय श्री श्याम।।
दामन को फैलाए बैठे हैं,
अल्फाज - ए - दुआ याद नहीं।
मांगू तो अब क्या मांगू,
श्याम तेरे सिवा कुछ याद नहीं।।
।। जय श्री श्याम।।
कोई कहता है चांद से प्यारा है तू,
कोई कहता है हारे का सहारा है तू।
पर दुनिया वाले क्या जाने तुझे श्याम,
मेरे लिये तो जीने का सहारा है तू।।
।। जय श्री श्याम।।
अर्जी रखकर देखो चौखट पर, खाटू वाला स्वीकार लेता है।
मुश्किलें कितनी बड़ी क्यों न हो, वो हमें उबार लेता है ।।
।। जय श्री श्याम।।
मोर छड़ी और काली कमली, होंठो पे मुस्कान है।
बिन मांगे जो भर देता झोली, ऐसा है हमारा श्याम।।
।। जय श्री श्याम।।
मेरे सांवरे, तुम खास ही नहीं हर सांस में हो,
रूबरू नहीं पर हर एहसास में हो।
मिलोगे कभी पता नही, मगर हर तलाश में हो,
तलाश पूरी हो ना हो मगर हर आस में हो।।
।। जय श्री श्याम।।
मिश्री भी फीकी लगे अब, फीको गुड़ को स्वाद।
श्याम से प्रीत हुई जबसे और चखों प्रेम को स्वाद।।
।। जय श्री श्याम।।