तुमसे पहले भी
रातें हमारी बीतती थी
बिना नींद के ही आने से
इन आंखों को अब
जागने का एक मतलब मिल गया
यू खाली पलकें झुका देने से नींद नहीं आती,
सोते वही लोग है, जिनके पास किसी की याद नहीं होती….
लगता है मेरी नींद का किसी पराये के साथ चक्कर चल रहा है
सारी सारी रात गायब रहती है.. ।।
तुमसे पहले भी रातें हमारी बीतती थी बिना नींद के ही आने से इन आंखों को अब जागने का एक मतलब मिल गया
चलो नींद के दफ्तर में हाज़िरी लगा आते हैं,
वो सपनो में आये तो ओवर टाइम भी कर लेंगे…।
नींद से क्या शिकवा
जो आती नहीं रात भर,
कसूर तो उस चेहरे का है,
जो सोने नही देता
ख़्वाब
आंखों से गए
नींद रातों से गई
वो गयी तो ऐसा लगा जिंदगी
हाथों से गई
कितने आँसू
एक साथ आंखों में आ जाते है,
नींद उड़ जाती है तब
जब उनका ख्याल आ जाता हैं
आज न नींद आई न ख्वाब
आए
तुम जो ख्यालो मे बेहिसाब
आए
तुम्हें नींद नहीं आती तो कोई और वजह होगी..
अब हर ऐब के लिए कसूरवार इश्क तो नहीं..!!
तुम्हारे ख्वाबों को गिरवी रखके…
तकिये से रोज़ रात थोड़ी नींद उधार लेता हूँ..
जाने कितनी रातो की नींदे ले गया वो…
जो पल भर मोहब्बत जताने आया था…