Urdu ShayariCreated At: 21/05/2023, 03:04:00Updated At: 21/05/2023, 03:04:00चंद तस्वीर-ऐ-बुताँ , चंद हसीनों के खतूत . बाद मरने के मेरे घरसे यह सामान निकला Copy Text तोड़ा कुछ इस अदा से तालुक़ उस ने “ग़ालिब” के सारी उम्र अपनाक़सूर ढूँढ़ते रहे Copy Text