नफ़रत हो जायेगी तुझे अपने ही किरदार पे…. अगर में तेरे ही अंदाज
मे तुझसे बात करुं…
हमे भी आते हैं अंदाज़ दिल तोड़ने के, हर दिल में खुदा बसता है
यही सोचकर चुप हू मै ।।
चलतें तो हैं वो साथ पर अंदाज देखिए.. जैसे की इश्क करके वो एहसान
कर रहें है..
हमारा अंदाज ही कुछ ऐसा है कि हम बोलते है तो बरस जाते है और
खामोश रहते है तो लोग तरस जाते है
तुम्हारे खुश होने के अंदाज से लगता है…. कुछ टुटा है बड़ी खामोशी
से तेरे अन्दर….
हमें पता था की उसकी मोहब्बत के जाम में जहर है, पर उसका पिलाने
का अदाज़ ही इतना प्यारा था की हम ठुकरा न सके…