Inspiring In Hindi, Suvichar In Hindi, New Thoughts In Hindi
Created At: 23/11/2023, 10:20:00
Updated At: 23/11/2023, 10:20:00
Short Inspirational Status Of The Day, Good And Positive Thoughts In Hindi, Anmol Suvichar Images, Motivational Quotes In Hindi
केवल ज्ञान ही एक ऐसा अक्षर तत्त्व है, जो कहीं भी,
किसी अवस्था और किसी काल में भी मनुष्य का साथ नहीं छोड़ता...
कुछ चीजें कमजोर की हिफाजत में महफूज़ रहती है,
जैसे मिट्टी की गुल्लक में लोहे के सिक्के बस विश्वास होना चाहिए!
मैने एक बुजुर्ग से पूछा..?
आज के समय में सच्ची इज्जत किसकी होती है...?
बुजुर्ग ने जवाब दिया:-इज्जत किसी इंसान की नहीं होती,जरुरत की होती है....
"जरुरत ख़त्म तो इज्जत ख़त्म!"
जीवन में कभी यह मत सोचो कि
मुझ से बुरा आदमी मेरे से ज़्यादा सुखी क्यों है।
पर यह जरूर सोचना कि
मुझ से अच्छा आदमी मुझसे ज़्यादा दुखी क्यों है।
सांप घर पर दिखाई दे तो लोग डंडों से मारते हैं,
और यदि साँप शिव लिंग पर दिखाई दे तो दूध पिलाते हैं,
लोग सम्मान आप का नहीं,
आप के स्थान और स्थिति का करते हैं।
अहंकार" और "संस्कार" में फ़र्क़ है...
"अहंकार" दूसरों को झुकाकर कर खुश होता है,
"संस्कार" स्वयं झुककर खुश होता है..!
किसी की ग़रीबी देखकर रिश्ता
मत तोड़ना क्यूँकि
जितना मान सम्मान ग़रीबों के घर
पर मिलता हैं, उतना अमीरों के घर
पर नहीं
लक्ष्य के आधे रास्ते पर जाकर कभी वापस न लौटें,
क्योंकि वापस जाने पर भी आधा रास्ता पार करना पड़ता है..!!
"ज़िंदगी" की "तपिश" को
"सहन "कीजिए"जनाब",
अक्सर वे "पौधे" "मुरझा" जाते हैं,
जिनकी "परवरिश" "छाया" में होती हैं...।।।
कपड़ों की "मैचिंग" बिठाने से,
सिर्फ शरीर "सुंदर" दिखेगा।
रिश्तों व हालातों से,
"मैचिंग"बिठा लीजिये.....
पूरा जीवन सुंदर हो जाएगा।
खुशी से संतुष्टि मिलती है
और संतुष्टि से खुशी मिलती है
परन्तु फर्क बहुत बड़ा है
“खुशी” थोड़े समय के लिए
संतुष्टि देती है,
और “संतुष्टि” हमेशा के लिए
खुशी देती है
“आज इंसान उम्मीदों से बंधा एक जिद्दी परिंदा है, जो घायल भी उम्मीदों से है और जिंदा भी उम्मीदों पर है।”
“दोस्तों Life में किसी चीज़ का इंतज़ार मत करो क्योंकि जितना तुम सोचते हो जिंदगी उससे कई ज्यादा तेजी से निकल रही है।”
किसी ने बहुत अच्छी बात कही है….. मैं तुम्हें इसलिए सलाह नहीं दे रहा कि मैं ज्यादा समझदार हूँ
बल्कि इसलिए दे रहा हूँ कि मैंने ज़िंदगी में ग़लतियाँ तुमसे ज्यादा की हैं
असफलता और सफलता दोनों ही अवस्थाओं में लोग तुम्हारी बातें करेंगे,
सफल होने पर प्रेरणा के रूप में और असफल होने पर सीख के रूप में..
बात कड़वी है पर सच है लोग कहते है तुम संघर्ष करो हम तुम्हारे साथ है
यदि लोग सच में साथ होते तो संघर्ष की जरुरत ही नहीं पड़ती
“हमें किसी भी ख़ास समय के लिए इन्तजार नहीं करना चाहिए बल्कि अपने हर समय को ख़ास बनाने की पूरी तरह से कोशिश करनी चाहिए।”
अपनों के लिए चिंता हृदय में होती है शब्दों में नहीं!
और अपनों के लिए गुस्सा शब्दों में होता है हृदय में नहीं!
"अभिमान" की ताकत फरिश्तो को भी शैतान बना देती है।
लेकिन "नम्रता" भी कम शक्तिशाली नही है।
वह साधारण इंसान को "फ़रिश्ता" बना देती है।
"सच" बोलने से हमेशा
'दिल' साफ़ रहता हैं,
"अच्छाई" करने से हमेशा
'मन' साफ़ रहता हैं,
"मेहनत" करने से हमेशा
'दिमाग़' साफ़ रहता हैं,
कमजोर व्यक्ति से दुश्मनी सबसे
ज़्यादा ख़तरनाक होती हैं..
क्यूँकि वो उस समय वार करता हैं
जब हम कल्पना भी नहीं सकते..!
पानी में गिरने से किसी की मृत्यु नहीं होती,
मृत्यु तभी होती है जब तैरना नहीं आता, परिस्थितियां कभी समस्या नहीं बनती,
समस्या तभी बनती है जब उनसे निपटना नहीं आता..
"सख़्त हाथो से भी
फ़िसल जाती हैँ कभी नाज़ुक अंगुलियाँ,
रिश्ते 'ज़ोर' से नहीँ
'प्यार मोहब्बत" से पकड़े जाते हैँ.."
जिस दिन हम ये समझ जायेंगे कि सामने वाला गलत नहीं है
सिर्फ उसकी सोच हमसे अलग है उस दिन जीवन से दुःख समाप्त हो जायेंगे
"बड़प्पन" वह गुण है जो पद से नहीं "संस्कारों" से प्राप्त होता है।
पानी को कितना भी गर्म कर लें
पर वह थोड़ी देर बाद अपने मूल स्वभाव में आकर शीतल हो जाता हैं।
इसी प्रकार हम कितने भी क्रोध में, भय में, अशांति में रह लें,
थोड़ी देर बाद बोध में, निर्भयता में और प्रसन्नता में हमें आना ही होगा
क्योंकि यही हमारा मूल स्वभाव है ॥
सबको उसी तराजू में तोलिए जिसमें खुद को तोलते हो,
फिर देखना लोग उतने भी बुरे नहीं हैं जितना हम समझते हैं।
जिन्दंगी को समझना बहुत मुशकिल हैं कोई सपनों की खातिर "अपनों" से दूर रहता हैं.....
और , कोई "अपनों" के खातिर सपनों से दूर.
जिंदगी में अगर बुरा वक्त नहीं आता तो अपनों में छुपे हुए गैर
और गैरों में छुपे हुए अपनों का कभी पता न चलती
सिर्फ सांसें चलते रहने को ही ज़िंदगी नहीं कहते..
आँखों में कुछ ख़्वाब और दिल में...उम्मीदें होना भी ज़रूरी हैं !!
“मनुष्य कितना भी गोरा क्यों ना हो परंतु
उसकी परछाई सदैव काली होती है…!!
“मैं श्रेष्ठ हूँ” यह आत्मविश्वास है लेकिन….
“सिर्फ मैं ही श्रेष्ठ हूँ” यह अहंकार है !
खुश रहने का मतलब ये नहीं कि सब कुछ ठीक है
इसका मतलब ये है कि आपने
आपके दुखों से उपर उठकर
जीना सीख लिया है!
किसी के बुरे वक़्त में उसका हाथ
पकड़ो, सहारा दो और उसे हिम्मत
दो, क्यूँकि बुरा वक़्त तो थोड़े समय में
चला जायेगा, लेकिन वो आपको दुआ
ज़िंदगी भर देते रहेगा
आज का विचार
ज़िंदगी में सिर्फ़ "शहद " ही ऐसा है जिसको हज़ार साल के बाद भी खाया जा सकता है
ओर "शहद "जैसी बोली से सालों साल तक लोगों के दिल में राज किया जा सकता है
"अगर किसी परिस्थिती के लिए
आपके पास सही शब्द नहीं हैं तो सिर्फ मुस्कुरा दीजिये.
शब्द उलझा सकते हैं
पर मुस्कराहट हमेशा काम कर जाती है...... !